(भैंसदेही शंकर राय) वन विभाग द्वारा जंगल को बचाने के तमाम प्रयास किए जाते हैं और इसको लेकर संदेश भी दिया जाता है लेकिन वन विभाग के यह प्रयास कितने कारगर साबित हो रहे है इसकी बानगी तब देखने को मिलती है जब वन विभाग की नाक के नीचे से रोजाना शिवगढ़ – सारंडी के मार्गो से सागौन लकड़ी की तस्करी की जाती है। सागौन तस्करी रोकने वन विभाग ने जगह जगह चेक पोस्ट तो बना दी लेकिन इस चेक पोस्ट से तस्कर खुले आम सागौन तस्करी करते हैं यही नही इन रास्तों पर यदि कोई वन कर्मी खड़े होजाये तो यही तस्कर वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को चकमा देते हुए खेतों के रास्ते से तस्करी करने में सफल हो जाते हैं।
भैंसदेही रेंज में सागौन लकड़ी की तस्करी निरंतर जारों शोरो से हो रही है और तस्करी करने वाला कोई और नहीं बल्कि सागौन माफिया मुरली है जो की वन विभाग के कई मामलों में भी विभाग ने इसे कई बार सागौन तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मुरली जो की बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में क्षेत्र से कटाई कर लड़कियों को वाहनों के माध्यम से भेजता है वही शहर में नवनिर्मित बनने वाले मकान में लगने वाली लकड़ी भी यह बड़े आसानी से उपलब्ध करा देता है। लेकिन वन विभाग को सब कुछ पता होने के बाद भी विभाग मुरली पर किसी प्रकार की कोई नकेल नहीं कस पा रहा। वही वन विभाग द्वारा नवनिर्मित मकान में लगने वाली लकड़ी का सत्यापन किया जाना चाहिए लेकिन विभाग ना तो कोई सत्यापन करता है और ना ही कोई कार्रवाई।
इनका कहना
हमारे द्वारा एक टीम बनाकर उचित कार्रवाई की जाएगी अगर कहीं तस्करी हो रही है तो उसे पकड़ा जाएगा।
(दयानंद पांडे एसडीओ वन विभाग भैंसदेही)
