भैंसदेही के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में मनाया गया किसानों का पर्व पोला नदियों को सजा धजाकर कि किसानों ने विधिवत पूजा अर्चन

(भैंसदेही शंकर राय)भैंसदेही में  पोला पर्व धूमधाम से मनाया गया अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम के सामने बड़ी तोरण बांधी गई थी शाम 5 बजे से ही किसानों ने अपने नंदियों को सजा धजा कर यंहा लाना शुरू कर दिया था और यंहा लगी तोरण के नीचे खड़े किए करीब 1 सैकड़ा  नन्दी यंहा लाये गए थे ।नगर के पंडित संजय तिवारी ओर नगर परिषद अध्यक्ष मनीष सोलंकी, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अनिल सिंह ठाकुर , पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह ठाकुर, पार्षद ब्रह्मदेव पटेल जनपद पंचायत सदस्य ऋषभदास सावरकर, काल्लू राठौर, पार्षद सुजीत सिंह ठाकुर,अरुण तिवारी,ने सभी नन्दी यों का पूजन और आरती उतारी गई इस दौरान नन्दीयों को पकवान भी खिलाये गए ।
इस पोला पर्व को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई थी अंत मे सभी नन्दी यों को दौड़ा कर तोरण तोड़ी गई पोला पर्व के दौरान जो नन्दी सबसे ज्यादा सुंदर तरीके से सजा कर लाये गए  थे उन्हें पुरस्कार देकर विदा किया गया ।
बैल किसानों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। किसान बैलों को देवतुल्य मानकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। पोला त्योहार मनाने के पीछे यह कहावत है कि अगस्त माह में खेती-किसान‍ी काम समाप्त होने के बाद इसी दिन अन्नमाता गर्भ धारण करती है यानी धान के पौधों में इस दिन दूध भरता है इसीलिए यह त्योहार मनाया जाता । बैल किसानों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। किसान बैलों को देवतुल्य मानकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। कई गांवों में इस अवसर पर बैल दौड़ का भी आयोजन किया जाता है, यह त्योहार दरअसल कृषि आधारित पर्व है। वास्तव में इस पर्व का मतलब खेती-किसानी, जैसे निंदाई, रोपाई आदि का कार्य समाप्त हो जाना है, लेकिन कई बार अनियमित वर्षा के कारण ऐसा नहीं हो पाता है। महाराष्ट्र प्रदेश से सटे जिलों में इस पोला की धूम रहती है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *