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बंदा नहीं काम बोलता है। नपा.अध्यक्ष मनीष सोलंकी का 2 साल रहा बेमिसाल आज ही के दिन संभाली थी अध्यक्ष की कमान।

(भैंसदेही शंकर राय) लहरों से डर कर नौका पर नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती यह कहवत नगर परिषद के युवा अध्यक्ष मनीष सोलंकी पर सटीक बैठती है। भैंसदेही नगर परिषद में आज के दिन ही नगर परिषद अध्यक्ष मनीष सोलंकी ने नगर परिषद की कमान संभाली थी और दो वर्ष का कार्यकाल उनका सफलतम पूर्वक और विकासशील रहा है। इन दो वर्षों में नगर में करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य युवा अध्यक्ष ने कराये है। शहर की साफ सफाई व्यवस्था हमेशा चाक – चौबंद देखने को मिलती है। और नगर की सफाई व्यवस्था को लेकर युवा अध्यक्ष की लोग जिले में ही नही बल्कि प्रदेश के लोग भी तारीफ करते हैं। नपा अध्यक्ष मनीष सोलंकी ने पत्रकारिता से अपनी शुरुआत की थी और वहां पत्रकार संघ के अध्यक्ष रहे उसके बाद उन्होंने राजनीति में अपना हाथ आजमाया और वहां पर वे निरंतर सफल होते हुए आ रहे है। मनीष सोलंकी की बात की जाए तो वह युवा अध्यक्ष तो है लेकिन उनके कार्य करने की क्षमता आज भी उतने ही ऊर्जावान है जीतने की हर युवाओं में होती है वह बड़े बुजुर्ग से लेकर सबका मान सम्मान भी करते हैं और उनके पास समस्या लेकर आने वाला हर व्यक्ति समस्या का समाधान करके ही उनके पास से जाता है और कहता है कि अध्यक्ष हो तो मनीष जैसा।
भैंसदेही नगर परिषद के सुभाष वार्ड के लोगों ने लगातार तीसरी बार भी सोलंकी परिवार पर विश्वास जताकर उन्हें उन लोगों का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है। सोलंकी परिवार 2008 से वार्ड के लोगों की सेवा में है। जब से सोलंकी परिवार के हाथ सुभाष वार्ड की कमान आई है। वार्ड में सीसी नाली से लेकर पानी बिजली की समस्या का स्थाई निराकरण हुआ है। गरीबों को पीएम आवास मिले हैं और पात्र लोगों को पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। पहली बार वार्ड के लोगों ने 2008 में वार्ड के युवा मनीष सोलंकी को विजयी बनाकर नगर परिषद पहुंचाया था। पहली बार सोलंकी महज 96 वोटों से जीते थे। इसके बाद उन्होंने पीछे पलटकर कभी नहीं देखा। दूसरी बार आरक्षण के कारण महिला सीट होने के कारण मनीष सोलंकी ने अपनी पत्नी मंदा सोलंकी को मैदान में उतारा और वे 111 वोटों से जीती फिर मनीष सोलंकी एक बार 18: वोटों से जीते हैं। इनके विकास करने का जज्बा ही इन्हें पिछले तीन सालों से लगातार चुनाव में जीताते आ रहा है।
2008 की उपलब्धीः पहली बार पार्षद बने सोलंकी ने मटन मार्केट को व्यवस्थित कराने के लिए शेड स्वीकृत करवाया। वार्ड में आंगनबाड़ी भवन का निर्माण, सीसी नाली और सड़कों का जाल वार्ड में बिछवाया। 2013 मनीष सोलंकी की पत्नी मंदा सोलंकी ने चुनाव जीता। इसके बाद उन्होंने आधा सैकड़ा से अधिक पीएम आवास का लाभ वार्ड के पात्र लोगों को दिलवाया। इसके अलावा पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए पाइप लाइन विस्तारीकरण का काम किया। वार्ड का अंधेरा दूर करने स्ट्रीट लगवाई। पात्र लोगों को गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनवाकर दिए। इसके अलावा पेंशनधारियों को योजना का लाभ दिलवाया। अब 2022 में एक बार फिर वार्ड के लोगों ने उन्हें पार्षद चुना है। इसके बाद सभी पार्षदों ने उन्हें अपना मत देकर उन्हें नगर परिषद का प्रथम नागरिक और नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर उनकी ताज पेशी की गई।

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