(भैंसदेही शंकर राय) भैंसदेही से चार किलोमीटर की दूरी पर शिवगढ़ के जंगल में भगवान पवनसुत हनुमान का प्राचीन मंदिर है। और इस मंदिर से लंबे समय से लोगों की आस्था जुडी हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मंदिर का निर्माण कार्य सभी के सहयोग से किया जा रहा था लेकिन बड़गांव बीट में पदस्थ वन विभाग के वनरक्षक पवन सिंह ठाकुर ने बिना कोई आदेश के शिवगढ़ के इस जंगल में बने मंदिर को जेसीबी मशीन से पूरा तोड़ दिया जिससे उस मंदिर की प्रति आस्था रखाने वाले भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। मंदिर के आसपास रहने वाले किसानों ने इसकी जानकारी हिंदू संगठन और कुछ जनप्रतिनिधियों को दी सभी का आक्रोश वनरक्षक के खिलाफ उग्र हो गया सभी लोगों ने वनरक्षक के खिलाफ करवाई की जाने की मांग ज्ञापन देकर की है।
![](http://purnaexpress.in/wp-content/uploads/2024/10/Screenshot_20241026_230005_Gallery.jpg)
शिवगढ़ का जंगल जो की भैंसदेही नगर से लगभग चार किलोमीटर की दूरी पर है और के जंगल में प्राचीन हनुमान जी का एक मंदिर बना हुआ था वहां पर रहने वाले किसान और अन्य लोग दर्शन करने के लिए निरंतर जाते हैं।लेकिन वनरक्षक को आखिर ऐसा क्या हुआ की उसने अपनी मनमर्जी और बिना कोई विभाग के आदेश बिना ही प्राचीन हनुमान मंदिर पर जाकर जेसीबी मशीन से पूरा मंदिर तोड़ दिया जबकि विभाग की ओर से किसी भी प्रकार के कोई आदेश अतिक्रमण या मंदिर तोड़ने के नहीं थे अब विभाग भी इस मामले में छुपी साथ बैठा है।
भैंसदेही नगर के जनप्रतिनिधि और हिंदू संगठन से नाता रखने वाले लोगों को जब इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लगी तो सभी ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर निंदा व्याप्त की और वन विभाग के एसडीओ दयानंद पांडे को ज्ञापन देकर वनरक्षक के खिलाफ करवाई की जाने की मांग की है वही वनरक्षक के कारनामे को देखने के लिए एसडीओ खुद शिवगढ़ के प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचे और वहां पहुंचकर निरीक्षण किया देखा कि किस तरह से जेसीबी मशीन से प्राचीन हनुमान जी का मंदिर तोड़ा गया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद भैंसदेही वन विभाग के एसडीओ दयानंद पांडे ने कहां की वनरक्षक से अभी बात नहीं हो पा रही है आखिर उसने यह मंदिर क्यों तोड़ा एंव अतिक्रमण और मंदिर तोड़ने को लेकर विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं हुए थे।