(बैतूल भैंसदेही ) मध्य प्रदेश सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर निरंतर कार्य कर रहे है। लेकिन अस्पतालों में आने वाले मरीजों को डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उन्हें समय पर उपचार और इलाज नहीं मिल पा रहा है। कुछ ऐसा ही मंजर भैंसदेही के समुदाय स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिलता है। जहां मरीज को अपने उपचार के लिए काफी समय तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ता है और डॉक्टर अपने मन मर्जी से अस्पताल पहुंचते हैं इन डॉक्टरों को ना तो मरीजों की चिंता तक नहीं रहती है यहां पर पदस्थ डॉक्टर हफ्ते में दो या तीन दिन ड्यूटी करते हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक पियूष वाघमारे ने मीडिया को प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि भैंसदेही के स्थानीय अस्पताल की लचर कार्य प्रणाली से यहां पर आने वाले मरीजों को बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही यहां पर नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर अपनी मनमर्जी से ही कार्य करते हैं अस्पताल में ऐसी तो है लेकिन बंद है अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए पंखा तक नहीं चलाया जाता जिसके कारण सरकार द्वारा जो सुविधा जनता के हित के लिए चलाई जाती है। उसे अस्पताल प्रबंधक द्वारा पलीता लगाया जा रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक वाघमारे प्रेस नोट में यहां भी कहा कि वर्तमान समय में यहां की प्रभारी बीएमओ स्वति बरखेड की कार्य प्रणाली पर हमेशा सवाल खड़े हुए हैं वहां अपने घर पर ही रहकर बीएमओ का पद संभाल रही है। अगर कोई इमरजेंसी भी आ जाए तो मैडम को घर बुलाने के लिए अस्पताल का एक कर्मचारी जाता है कुछ दिन पहले मैडम बिना किसी को प्रभाव दिए 6 से 5 दिन लापता रही जिसकी जानकारी भी हमने जिला चिकित्सा अधिकारी को दी थी लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अब समुदाय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन भी करेगा अगर प्रभारी बीएमओ को नहीं हटाया गया।