(भैंसदेही शंकर राय) भले ही जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन ईमानदार होने के साथ विभागीय स्तर पर मनरेगा के अंतर्गत होने वाले निर्माण कार्यों के प्रति सजग हों। लेकिन विभाग के एक इंजीनियर की कार्यप्रणाली उनकी साख पर बट्टा लगा रही है। मनमर्जी के इंजीनियर नितेश पानकर सहायक यंत्री के रूप में भैंसदेही में पदस्थ हैं। पब्लिक डोमैन और विभागीय कार्यप्रणाली को लेकर यह अपने आपको बेहद ईमानदार पेश करते हैं लेकिन अंदरखाने से मिल रही जानकारी यह बता रही है कि, इंजीनियर साहब को नियमों की धज्जिय्यां उड़ाने में महारथ हासिल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाशकीय नियमो के मुताबिक इंजीनियर की मूल पदस्थापन भैंंसदेही में की गई है लेकिन आपने अपना आवास जिला मुख्यालय यानी कि बैतूल में बना रखा है। जबकि नियमानुसार कार्य प्रभावित ना हो इसके लिए इंजीनियर साहब को मूल पदस्थापना स्थल पर ही निवास करना है। किसी मीडिया कर्मी ने यदि किसी खबर को लेकर फोन घनघना दिया तो पहले तो फोन उठाने से ही परहेज किया जाता। यदि फोन उठ भी जाये तो फील्ड पर होने का बहाना करना इनका शगल बन चुका है।
साहब की साफगोई का अंदाज भी निराला है। साहब जगह जगह यह प्रचारित करने से नहीं चूकते की वे बेहद ईमानदार पसंद अधिकारी हैं। लेकिन इनके अंडर में जितने भी निर्माण कार्य किये जा रहे हैं वे सभी घटिया क्वॉलिटी के ही किये जा रहे हैं। जिनमे जमकर वित्तीय अनियमितता की जा रही है। इनके द्वारा कराए गए निर्माणकार्यों की यदि जांच करवा ली जाए तो साहब की ईमानदारी की पोल अपने आप खुल जाएगी। हालांकि अभी तक जो निर्माण कार्य हो चुके हैं और किये जा रहे हैं जल्द ही इसकी शिकायत ईमानदार और सम्वेदन शील कलेक्टर, जिलापंचायत सीईओ के साथ साथ सीएम हेल्प लाइन पर मय सबूत की जा रही है। यहा खबर सूत्रों के हवाले से है।