(भैंसदेही शंकर राय)समाज को एकजुट करने और परंपराओं को मजबूती देने का जब कोई संकल्प लेकर चलता है, तो वह केवल आयोजन नहीं करता वह इतिहास रचता है। भैंसदेही के क्षत्रिय लोणारी कुन्बी समाज संगठन ने ऐसा ही इतिहास रचा जब ग्राम धामनगांव में संगठन का 10वां सामूहिक विवाह महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया गया। यह आयोजन जहां वैवाहिक बंधन में बंधे 16 जोड़ों के लिए यादगार बना, वहीं यह पूरे समाज के लिए भी एक प्रेरणादायी उदाहरण बन गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक मुलताई पीआर बोडख़े, मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख, पूर्व केबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे, कुुंबी समाज संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश मस्की, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमंत वागद्रे, भाजयुमो जिलाअध्यक्ष भास्कर मगरदे, यशवंत मानकर जिलाध्यक्ष सेवा संगठन, राजू पाटनकर, नरेश फाटे पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत बैतूल, एसएस पंडाग्रे, जगदीश दवंडे, वासुदेव धोटे अध्यक्ष कुंबी समाज, केशर लोखंडे सचिव, प्रमोद महाले, महिला संगठन अध्यक्ष पावस महाले मौजूद थे।

सभी अतिथियों का समाज संगठन की ओर से स्वागत कर शिवाजी महाराज का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन संगठन सचिव केशर लोखंडे द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिवेदन का वाचन सचिव केशर लोखंडे तथा आभार अध्यक्ष वासुदेव धोटे द्वारा प्रकट किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनिल महाले, राजू कुमरे, ज्ञान वगदेरे, राज धाड़से, गुलाबराव सेलकरी, वासु बारस्कर, सुभाष गावंडे, कृष्णराव नावगे, सुखदेव सकारे, संपत चिलहाटे, विनोद कानठे, रमेश गीद, दिनेश वागदे, दिनेश चिलहाटे, जयदेव लिखितकर, पंजाब धोटे,हनुमत पांसे, नारायण महाले,डॉ. वासुदेव देशमुख, प्रमोद कापेस सहित समाज पदाधिकारीयो व सामाजिक बंधु गणो, मातृशक्ति का सराहनीय योगदान रहा।

कार्यक्रम में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार 16 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। सभी विवाह के लिए अलग-अलग वेदी बनाई गई थी। समाज संगठन के ओर से वर-वधु को घड़ी, पायल, बिछिया, मंगलसुत्र, किचन सामान सहित वर-वधु के कपड़े और सामग्री भेंट की गई। सबसे पहले वर पक्ष की बारात जनवासा से शुरू हुई। बैंडबाजे के साथ वर पक्ष नाचते हुए आयोजन स्थल पहुंचे, जहां स्वजातीय बंधुओं ने बारात का स्वागत किया। बारात के दौरान गोंडी नृत्य सभी के आकर्षण का केन्द्र रहा।


बारात में बड़ी संख्या में वर पक्ष के लोग शामिल हुए। महिला संगठन अध्यक्ष श्रीमती पावस महाले, सचिव नियति बारस्कर, की कुशल रणनीति के कारण मातृशक्तियों में भारी उत्साह देखा गया एक महीने से लगातार सामूहिक कन्यादान विवाह महोत्सव की तैयारी मातृशक्ति द्वारा की गई तथा सामाजिक रस्मे में बड़े उत्साह के साथ संपन्न कराई गई बड़े सुंदर परिधानों में सजाकर देवी तुल्य बहनों ने महोत्सव को ऐतिहासिक व यादगार बनाते हुए कार्यक्रम में रंग भर दिए।
